Fish Farming: धान को कीटों से बचाए, लेकिन बिना किसी कीटनाशक के, ये तरीका करेगा कमाई दुगनी और पौधे भी खूब बढ़ेंगे
Fish Farming: धान को कीटों से बचाए, लेकिन बिना किसी कीटनाशक के, ये तरीका करेगा कमाई दुगनी और पौधे भी खूब बढ़ेंगे
धान की खेती किसानों के लिए आय का प्रमुख जरिया है. इस खेती से अधिक उत्पादन लेने के लिए किस कई तरह के कीटनाशक और दवाइयां का छिड़काव फसलों पर करते हैं लेकिन कई बार उन्हें कुछ खास फायदा नहीं हो पाता और उत्पादन भी काम होता है. लेकिन अगर किसान कीटनाशक और दवाइयां का उपयोग बंद कर राइस फिश फार्मिंग की शुरुआत करें तो परिणाम और अधिक बेहतर मिल सकते हैं आईए जानते हैं राइस फिश फार्मिंग के फायदे और इसे कैसे कर सकते हैं शुरू
क्या है राइस फिश फार्मिंग तकनीक
राइस फिश फार्मिंग तकनीकी एक ऐसी तकनीक है जिसमें धान की खेती के साथ-साथ मछलियों का पालन भी किया जाता है. राइस फिश फार्मिंग के लिए उन खेतों का चुनाव किया जाता है जहां अधिक समय तक पानी का ठहराव रहता हूं. इस तकनीक के लिए खेत के चारों तरफ मोटी सीमा बनाकर पौधों के साथ मछली का पालन किया जाता है ताकि कोई भी मछली खेत से बाहर ना जा सके
फिश राइस फार्मिंग के फायदे
किसान नगर थन की खेती के साथ-साथ मछली पालन की शुरुआत करते हैं तो उन्हें नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा. क्योंकि किसान रासायनिक की जांचों का उपयोग कर फसल का उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं लेकिन कई बार फसलों को नुकसान भी होता है. फिश फार्मिंग के दौरान किसानों को किसी प्रकार के कीटनाशकों का उपयोग कम से काम करना पड़ता है. जिससे राइस फिश फार्मिंग उनकी दुगनी कमाई का जरिया बनता है. किसान धान के साथ-साथ मछली पालन कर बाजार में मछलियों की बिक्री भी कर सकते हैं जिससे उन्हें दुगनी कमाई होती है
मछलियों से निकलने वाला वेस्ट और मल धान की खेती के लिए जैविक खाद का काम करता है जिससे फसलों का उत्पादन बढ़ता है. इतना ही नहीं मछलियां धान में पनपने वाले कीड़ों को खा जाती है इसके अलावा वह धान की सड़ी गली पत्तियों को भी खाती हैं जिसे धान के पौधों को अधिक ग्रोथ मिलती है
कैसे करें फिश राइस फार्मिंग
फिश राइस फार्मिंग की शुरुआत के लिए किसानों को ऐसी भूमि का चुनाव करना चाहिए जहां अधिक समय तक पानी का ठहराव रह सके. ताकि मछलियों को फलने फूलने में कोई दिक्कत ना हो किसानों को अपने खेत के चारों तरफ मिट्टी की मोटी परत बनवानी चाहिए ताकि मछलियां खेत से बाहर ना जा सके. मछलियों को पक्षियों में अन्य जानवरों से बचने के लिए खेत के चारों तरफ जाल बिछवाना चाहिए और अन्य इसी तरह के प्रयोग करने चाहिए. ताकि किसान को कोई नुकसान ना हो